शेयर बाजार (Stock Market) में सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली है. सेंसेक्स-निफ्टी दोनों इंडेक्स शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद अचानक फिसलते चले गए. ये गिरावट अंत कर जारी रही और बीएसई का 30 शेयरों वाला Sensex 519 अंक टूटकर बंद हुआ, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का Nifty 165 अंक फिसलकर क्लोज हुआ. बीएसई के लार्जकैप कैटेगरी में शामिल 30 में से 25 शेयर रेड जोन में बंद हुए.
सेंसेक्स 83500 के नीचे आया
शेयर मार्केट में सुस्ती के साथ ओपन हुआ बाजार अंत तक गिरावट में ही कारोबार करता रहा. मंगलवार को लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप समेत शेयर बाजार के सभी इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुआ. BSE Sensex अपने पिछले बंद 83,978 की तुलना में मामूली उछाल लेकर 84,000 पर ओपन हुआ था, लेकिन इसके बाद ये ऐसा फिसला कि टूटता ही चला गया. दिन के कारोबार के दौरान ये इंडेक्स 83,412 तक गिर गया. इसके बाद ये 519.34 अंक की गिरावट लेकर 83,459.15 पर बंद हुआ.
निफ्टी का भी सेंसेक्स जैसा हाल
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी (NSE Nifty) की बात करें, तो इसका हाल भी सेंसेक्स के जैसा ही नजर आया. सोमवार के अपने बंद 25,763.35 की तुलना में ये गिरकर 25,744 पर खुला और फिर अचानत इसमें गिरावट तेज होती चली गई. मार्केट क्लोज होने पर निफ्टी 165 अंकों की गिरावट लेकर 25,597.65 पर बंद हुआ.
गिरावट के ये तीन बड़े कारण
मंगलवार को शेयर बाजार में आई तेज गिरावट के पीछे के कारणों की बात करें, तो पहला कारण कमजोर ग्लोबल संकेत रहे. इनका असर सेंसेक्स-निफ्टी पर भी देखने को मिला. अमेरिकी बाजार जहां बीते कारोबारी दिन गिरावट आई थी, तो मंगलवार को जापान, साउथ कोरिया समेत अन्य एशियाई बाजारों में तेज गिरावट देखने को मिली.
दूसरा कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली रहा. FII भारतीय बाजार से लगातार पैसे निकाल रहे हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो महज चार कारोबारी िनों में 14200 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली देखने को मिली है. हाई वैल्यूएशन के कारण विदेशी निवेशक दूसरे बाजारों का रुख कर रहे हैं, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर दबाव बढ़ा है. इसके अलावा कीमती धातुओं में शुरू हुई तेज मुनाफावसूली को भी गिरावट का कारण बताया जा रहा है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)
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