Friday, November 7, 2025
HomeINDIA NEWSआसमान में साइबर अटैक! जानिए कैसे भारत का सबसे बिजी एयरपोर्ट बना...

आसमान में साइबर अटैक! जानिए कैसे भारत का सबसे बिजी एयरपोर्ट बना टारगेट


देश के सबसे व्यस्त इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर पिछले कुछ दिनों से GPS स्पूफिंग की संदिग्ध घटनाओं से हड़कंप मचा हुआ है. ऐसी घटनाएं आमतौर पर संघर्ष क्षेत्रों या संवेदनशील भारत-पाकिस्तान सीमा पर आम हैं, लेकिन इस हफ्ते दिल्ली एयरपोर्ट पर इसके मामले सामने आने से उड़ानें बाधित हुईं और कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा.

शुक्रवार को भी, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) प्रणाली में तकनीकी गड़बड़ी के कारण लगभग 800 उड़ानें प्रभावित हुईं, जिसका असर पूरे उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों पर महसूस किया गया. सूत्रों ने बताया कि एयरलाइन कंपनियों ने कम से कम 20 उड़ानें रद्द कर दीं. इंडिगो, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और अकासा एयर ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर सिस्टम में दिक्कतों के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर उनकी उड़ानों में देरी हो रही है.

यह GPS स्पूफिंग की हालिया घटनाओं के बाद हुआ है, जिसके कारण मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट दुनिया में दूसरी सबसे ज्यादा फ्लाइट डिस्टर्बेंस झेलने वाली जगह बन गया. कम से कम सात उड़ानों को जयपुर और लखनऊ जैसे पास के हवाई अड्डों पर डायवर्ट करना पड़ा.

क्या है GPS स्पूफिंग और क्यों बढ़ा खतरा?
GPS स्पूफिंग एक तरह का साइबर हमला है. इसमें फर्जी सैटेलाइट सिग्नल भेजकर विमान या डिवाइस को गुमराह किया जाता है.मतलब – आपका फोन या विमान असली लोकेशन छोड़कर किसी दूसरी जगह दिखाने लगता है. GPS स्पूफिंग, GPS जैमिंग से अलग है. जहां जैमिंग में सिग्नल को ब्लॉक किया जाता है, वहीं स्पूफिंग में फर्जी सिग्नल भेजे जाते हैं ताकि विमान गुमराह हो जाए.

यह भी पढ़ें: क्या है सिग्नल स्पूफिंग… भारत-पाकिस्तान सीमा पर विमानों के लिए कैसे बन रहा खतरा?

उदाहरण के तौर पर, अगर कोई विमान दिल्ली के ऊपर उड़ रहा हो, तो उसके नेविगेशन सिस्टम में यह दिख सकता है कि वह चंडीगढ़ के ऊपर हैं.यानी विमान की पोज़िशनिंग डेटा पूरी तरह गड़बड़ा जाती है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को नेविगेशन इंटेग्रिटी कैटेगरी (Navigation Integrity Category) का मान-जो विमान की पोजिशनिंग सटीकता (positioning accuracy) को मापता है. सामान्य स्तर 8 से गिरकर 0 पर पहुंच गया. इन घटनाओं की सूचना मुख्य रूप से पायलटों ने दिल्ली से 60 नॉटिकल माइल (लगभग 110 किलोमीटर) के दायरे में दी है.

दिल्ली एयरपोर्ट पर समस्या इसलिए और भी गंभीर हो गई है क्योंकि मुख्य रनवे का इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS), जो घने कोहरे में सटीक मार्गदर्शन प्रदान करता है, अपग्रेड के कारण बंद है. ILS की अनुपलब्धता के कारण पायलट लैंडिंग के लिए उपग्रह-निर्भर तकनीक पर निर्भर हैं, जिससे विमान स्पूफिंग के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं.

यह भी पढ़ें: IGI एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी ब्रीच, ब्रिटिश नागरिक इमिग्रेशन एरिया से गायब होकर पहुंचा शहर के बीच

DGCA ने शुरू की जांच
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने GPS स्पूफिंग की इन घटनाओं का संज्ञान लिया है और जांच शुरू कर दी है. लोकसभा में पहले दी गई जानकारी के अनुसार, नवंबर 2023 से फरवरी 2025 के बीच भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र (मुख्य रूप से अमृतसर और जम्मू) में 465 GPS स्पूफिंग की घटनाएं रिपोर्ट की गई थीं.

अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में संघर्ष क्षेत्रों (conflict zones) में GPS जैमिंग और स्पूफिंग के 4.3 लाख मामले दर्ज किए गए, जो 2023 की तुलना में 62% की वृद्धि दर्शाते हैं.

पहले भी सामने आए हैं मामले

पिछले साल, 25 दिसंबर को अज़रबैजान एयरलाइंस का एक विमान कज़ाखस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई. यह व्यापक रूप से माना जाता है कि रूसी एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम ने गलती से उस यात्री विमान को निशाना बना दिया था. यह उड़ान GPS जैमिंग और स्पूफिंग से प्रभावित क्षेत्र में संचालित हो रही थी.

इस साल मार्च 2025 में, भारतीय वायुसेना (IAF) का एक विमान, जो ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत भूकंप प्रभावित म्यांमार में राहत सामग्री लेकर जा रहा था, GPS स्पूफिंग की चपेट में आया. संदेह है कि यह चीनी-प्रेरित सिस्टम्स द्वारा किया गया था.दरअसल, GPSjam पोर्टल के अनुसार, भारत-पाकिस्तान और भारत-म्यांमार की सीमाएं उन शीर्ष पांच क्षेत्रों में शामिल हैं, जहाँ 10% से अधिक विमानों ने नेविगेशन सटीकता में गड़बड़ी की शिकायत की.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात GPS जैमर, जो पाकिस्तानी सैन्य विमानों को रोकने के लिए लगाए गए हैं, वे भारत के भीतर उड़ने वाले विमानों के लिए भी समस्या पैदा कर रहे हैं, खासकर सीमा से लगे शहरों के ऊपर उड़ान भरने के दौरान.

—- समाप्त —-



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments