नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने बुधवार को देश के सबसे खतरनाक ड्रग नेटवर्क के किंगपिन दानिश चिकना उर्फ दानिश मर्चेंट को गिरफ्तार किया है. उसे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का बहुत करीबी माना जाता है. उसके गैंग से जुड़े ड्रग नेटवर्क का संचालन कर रहा था. उसके साथ तीन अन्य आरोपी भी पकड़े गए हैं, जिनके पास से 1.341 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त की गई है.
एनसीबी अधिकारियों के मुताबिक, दानिश चिकना लंबे समय से फरार चल रहा था. 18 सितंबर को मुंबई यूनिट को खुफिया जानकारी मिली कि पुणे में एक व्यक्ति मेफेड्रोन की तस्करी में शामिल है. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए एनसीबी ने पुणे में छापा मारकर एक व्यक्ति को 502 ग्राम मेफेड्रोन के साथ गिरफ्तार किया. इसके बाद एनसीबी की जांच कै दौरान मुंबई नेटवर्क पर गई.
जांचकर्ताओं ने दानिश और उसकी पत्नी के मुंबई स्थित घर की तलाशी ली, जहां से उनके एक ड्रग एसोसिएट के पास से 839 ग्राम नशीला पदार्थ बरामद किया गया. इस दौरान यह खुलासा हुआ कि इस पूरे सिंडिकेट की कमान दानिश चिकना और उसकी पत्नी के हाथ में थी. दोनों ने एक संगठित तरीके से नशे के कारोबार को कई शहरों तक फैला रखा था. उनको एनसीबी की भनक लग चुकी थी.
यही वजह है कि दोनों ने अपनी लोकेशन लगातार बदलनी शुरू कर दी और कई राज्यों में घूमते रहे ताकि एजेंसियों की निगाहों से बच सकें. लेकिन एनसीबी ने हार नहीं मानी. एजेंसी ने दोनों की डिजिटल ट्रैकिंग, होटल बुकिंग और बैंकिंग मूवमेंट के आधार पर उनका लोकेशन ट्रेस किया. आखिरकार 25 अक्टूबर को टीम गोवा के एक आलीशान हॉलिडे रिसॉर्ट तक पहुंची. वहां से दोनों को दबोच लिया गया.
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. दानिश चिकना एक आदतन अपराधी है. वह पहले भी नशीले पदार्थों की तस्करी के कई मामलों में पकड़ा जा चुका है. एनसीबी और राजस्थान पुलिस ने उसके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत तीन अलग-अलग केस दर्ज किए थे. इतना ही नहीं, मुंबई पुलिस ने भी उसके खिलाफ सात आपराधिक केस दर्ज किए हैं.
उसकी बढ़ती आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने उसे मुंबई नगर निगम की सीमा से बाहर निकाल दिया था. उसे आदेश दिया गया था कि वह शहर की हद में नहीं रह सकता. लेकिन आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए दानिश फिर से मुंबई में सक्रिय हुआ और उसने दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क के साथ मिलकर एक नया ड्रग रैकेट तैयार किया. यही रैकेट अब एनसीबी की गिरफ्त में आ चुका है.
जांच एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि दानिश का नेटवर्क देश और विदेश में किन-किन सप्लायरों और गैंग के सदस्यों से जुड़ा हुआ था. शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि यह ड्रग सिंडिकेट दक्षिण अफ्रीका और खाड़ी देशों तक फैला हुआ है. इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत में दाऊद इब्राहिम का ड्रग नेटवर्क अब बिखरने की कगार पर है.
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